
हरियाणा के फरीदाबाद जिले में 3 जनवरी से सूरजकुंड शिल्प मेले की शुरुआत हो चुकी है। लोगों को मेले तक पहुंचने में परेशानी का सामना नहीं करने पड़ा, इसके लिए हरियाणा रोडवेज विभाग ने मेला स्थल पहुंचाने वाला खास रूट तैयार किया है। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले के उद्घाटन किया।
हरियाणा रोडवेज के जीएम लेखराज ने जानकारी देते हुए बताया कि रोडवेज की स्पेशल सेवा के तहत फरीदाबाद, गुरुग्राम और दिल्ली से हरियाणा रोडवेज की बसें मेला दर्शकों को कम से कम किराए पर सूरजकुंड पहुंचाएंगी। इन बसों की टाइमिंग सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक रहेगी। वीकेंड की भीड़ को देखते हुए अतिरिक्त बसें भी चलाई जाएंगी। मेला जाने वाले दर्शकों के लिए किराया मात्र 20 रुपए रखा गया है और यदि इस रूट के रास्ते में से कोई मिला दर्शक इसमें सवार होता है तो उससे 10 रुपए लिए जाएंगे।
बता दें कि सुरजकुंड मेले की शुरूआत 1987 में भारत सरकार द्वारा की गई थी। देश के लोगों के साथ-साथ अपनी कला, शिल्प और व्यंजन को दिखाने के लिए SAARC देशों के लोग भी मेले में शामिल होते हैं। साल 2023 के मेले के उद्घाटन के दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि इस मेले में हर वर्ष एक सहभागी राष्ट्र और एक ‘थीम स्टेट’ होता है। इस मेले में इस वर्ष शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन सहभागी राष्ट्र हैं व 25 से अधिक देश भाग ले रहे हैं। भारत के 8 उत्तर-पूर्वी राज्य इस मेले के थीम स्टेट हैं। इनमें अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम और त्रिपुरा शामिल हैं। ये राज्य एक साथ मिलकर एक ही मंच पर अपनी कला, हस्तशिल्प और व्यंजनों का प्रदर्शन करेंगे।