हरियाणा में दलित युवक की मौत पर हंगामा: प्रदर्शनकारियों ने गेट तोड़ने का किया प्रयास; पुलिस ने किया लाठीचार्ज, जानिए पूरा मामला

हरियाणा के हिसार शहर में दलित युवक विक्रम कापड़ो के मौत के 14 दिन बीतने के बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से पीड़ित परिवार सहित दलित संगठनों में भारी रोष है। इसी रोष के चलते बुधवार को दलित संगठनों ने शहर में प्रदर्शन किया।

बारिश के बीच ही दलित संगठन बस स्टैंड, मेन मार्केट, नागोरी गेट, फव्वारा चौक मार्केट में रोष प्रकट करते हुए DC कार्यालय का घेराव करने के लिए निकले। लघु सचिवालय के गेट पर पहुंचकर प्रदर्शनकारियों ने अंदर प्रवेश करने का प्रयास किया, परंतु पुलिस ने उन्हें रोक दिया। प्रदर्शनकारी डीसी हिसार को मौके पर बुलाकार ज्ञापन देने की मांग कर रहे थे। डीसी के ना आने पर अंदर जाकर ऑफिस में ज्ञापन देने की घोषणा कर दी। इसी बीच कुछ प्रदर्शनकारी कचहरी के गेट पर चढ़कर अंदर दाखिल हाेने का प्रयास करने लगे। तभी पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज कर दिया। एक बार तो प्रदर्शनकारी भाग गए। परंतु फिर उन्होंने पुलिस पर पथराव कर दिया।

 

डीएसपी नारायण ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने ज्ञापन देने की बात कही थी। परंतु प्रदर्शन के दौरान वे हर चौक पर रोड जाम करने का प्रयास कर रहे थे। जैसे तैसे करके गेट पर आ गए। हमने कहा कि अधिकारियों को बुला लेते हैं कि 10 मिनट का समय दो। परंतु प्रदर्शनकारियों ने हंगामा करके गेट तोड़ने की कोशिश की। पुलिस ने इन्हें भगाया। फिर इन्हाेंने पुलिस कर्मचारियों पर पथराव करना शुरू कर दिया। इस पथराव में 10 कर्मचारियों को चाेटें आई है। पुलिस ने पथराव करने वाले कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया।

इससे पहले शहर में किया प्रदर्शन

भीम आर्मी के नेताओं प्रदीप भांखड़, संतलाल अंबेडकर व एडवोकेट बजरंग इंदल ने कहा कि मौत के मामले में जिला प्रशासन ढुलमुल रवैया अपनाए हुए है। विक्रम की मौत के बारे में पुख्ता सबूत देने के बाद भी पुलिस हत्यारोपियों का पक्ष लेकर उन्हें बचाने में लगी है। इस मामले में आरोपियों से कड़ाई से पूछताछ की जाए तो सारा सच सामने आ जाएगा। अब पीड़ित परिवार व दलित संगठनों ने मिलकर निर्णय लिया है कि आंदोलन को तेज किया जाएगा। यदि जिला प्रशासन ने हिसार बंद से कोई सबक नहीं लिया तो पीड़ित परिवार फिर से कोई बड़ा कदम उठाने को मजबूर होगा।

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