ओलंपिक कोटा के साथ पूरा हुआ हरियाणा के बॉक्सर मनीष का सपना

भिवानी. ओलंपिक मुक्केबाज विजेन्द्र से प्रेरणा लेकर मुक्केबाजी के मैदान में उतरे भिवानी के लाल मनीष कौशिक का सबसे बड़ा सपना पूरा हो गया है. ओलंपिक कोटा हासिल करने के बाद पहली बार भिवानी पहुंचे मनीष कौशिक ने कहा कि कोटा हासिल होने के बाद मुझे बहुत खुशी हुई और कौशिश करूंगा कि देश की झोली में मेडल डालूं.

24 वर्षिय गांव देवसर निवासी मनीष कौशिक ने 63 किलोग्राम भार वर्ग में ओलंपिक कोटा हासिल किया है. पूरे देश के 9 बॉक्सर इस बार ओलंपिक खेलेंगे जिनमें से तीन भिवानी के हैं. इन्हीं तीनों में से ओलंपिक मुक्केबाज बने हैं मनीष कौशिक. मनीष के मन में विजेन्द्र सिंह का ओलंपिक मैडल आने के बाद मुक्केबाजी को लेकर जिज्ञासा जागी और उसने 2008 में मुक्केबाजी शुरु की. भिवानी पहुंचने पर मनीष का भव्य स्वागत हुआ. इस अवसर पर मनीष कौशिक ने बताया कि ओलंपिक कोटा हासिल होने के बाद बेहद खुशी है. मनीष ने कहा कि अब पहले से ज्यादा और कड़ी मेहनत करके कौशिश करूंगा की देश को ओलंपिक मेडल दिलाऊं. उन्होने अपने परिजनों व कोच मंजीत को इस मुकाम तक पहुंचाने पर आभार जताया.

युवाओं को दी नसीहत

वहीं मनीष के कोच मंजीत ने बताया कि मनीष अब सुबह शाम दो-दो घंटे अभ्यास करता है. पर अब पटियाला में पहले से ज्यादा और कड़ी मेहनत करेगा. कोच का कहना है कि मनीष शुरु से अपनी हर कमी को ठीक करने का प्रयास करता है. उन्होंने बताया कि हमने मनीष को ओलंपिक का सपना दिखाया था, जिसे सुन कर वो हंसता और मजाक मान कर दुखी हो जाता, लेकिन आज उसकी मेहनत रंग लाई है और उसका सपना पूरा हुआ है. कोच का कहना है कि अब मनीष जरूर मेडल लेकर ही लौटेगा.

Advertisement