
जिले में गोल्डन कार्ड धीमी गति से बनाए जाने से नाखुश एडिशनल चीफ सैक्रेटरी राजीव अरोड़ा ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को आदेश देकर कहा है कि अब हर गांव के कॉमन सर्विस सेंटर पर हर शनिवार और सोमवार को कार्ड बनाए जाएंगे। इसके लिए कमर कस लें और अग्रमित आदेशों के आने के बाद यह कार्य शुरू किया जाएगा।
इसके लिए राज्य सरकार डीसी कार्यालय व राजस्व विभाग के मार्फत जल्द से जल्द सर्वे करवा सकती है। कि इस योजना में और किन लोगों को जोड़ा जाएगा। उल्लेखनीय है कि फरीदाबाद जिले में अबतक 81 हजार व्यक्तियों के ही गोल्डन कार्ड बनाए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिले में आयुष्मान योजना के तहत 1.34 लाख परिवार पंजीकृत हैं। योजना के तहत प्रदेश के सरकारी अस्पतालों को करीब 15,18,550 रुपए, निजी अस्पतालों को 9,23,46,982 रुपए मरीजों के इलाज लिए दिए जा चुके हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार गोल्डन कार्डधारक को सरकार की तरफ से 5 लाख रुपए के तक के मुफ्त इलाज की सुविधा है। योजना के तहत मरीज सरकारी अस्पतालों के अलावा फरीदाबाद में सरकारी पैनल पर लिए गए निजी अस्पतालों में इलाज करवा सकता है।

पीएम के लेटर को ही मान रहे गोल्डन कार्ड :
लिस्ट में शामिल लोगों के पते पर पीएम लेटर पहुंचा है। कुछ लोग उसे ही गोल्र्डन कार्ड मान बेठते हैं। पीएम लेटर आने पर संबंधित व्यक्ति को गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए फरीदाबाद जिले में सरकारी अस्पताल या सीएचसी के अलावा 228 केन्द्रों पर राशन कार्ड व आधार कार्ड के साथ पहुंचना चाहिए।