
नई दिल्ली: भारत सरकार (Govt Of India) को विभिन्न सार्वजनिक शिकायतों (Public Grievances) के माध्यम से ये पता चला है कि कई देश भारतीय नागरिकों को जारी किए गए अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग परमिट (International Driving Permit) को स्वीकार नहीं कर रहे हैं। ये जानकारी ANI ने ट्विटर पर दी है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को उनके द्वारा जारी किए गए अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग परमिट (आईडीपी) के पहले पृष्ठ पर मुहर लगाने की सलाह दी है।
आपको बता दें कि अगर आप विदेश दौरे के लिए जाना चाहते हैं और वहां पर ड्राइविंग करनी है तो आपको इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस की जरूरत होती है। लेकिन कुछ देश ऐसे भी हैं, जहां ड्राइविंग के लिए आपको इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस की जरूरत नहीं होती है।
It has been brought to notice of the ministry via various public grievances that many countries are not accepting International Driving Permit issued to Indian citizens: Govt of India https://t.co/sQnsa5cfYY
— ANI (@ANI) September 21, 2020
आइए आपको बताते हैं वो कौन से देश हैं जहां भारत का लाइसेंस चलता है और क्या हैं शर्तें:
- ब्रिटेन (UK)
ब्रिटेन में इंडियन डॉमेस्टिक ड्राइविंग लाइसेंस 1 साल तक के लिए वैलिड है। यहां स्कॉटलैंड, वेल्स और इंग्लैंड की सड़कों पर आप ड्राइविंग कर सकते हैं। लेकिन आप हर तरह के व्हीकल नहीं चला सकते। इसके लिए कुछ पाबंदियां हैं।
- ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया में भारतीय बड़े पैमाने पर पढ़ाई, जॉब या घूमने के लिए जाते हैं। यहां न्यू साउथ वेल्स, क्वींसलैंड में भारतीय डीएल का इस्तेमाल तीन महीने तक किया जा सकता है। लेकिन आपका ड्राइविंग लाइसेंस अंग्रेजी में होना चाहिए। साथ ही ड्राइविंग के लिए परमिट ही होना चाहिए।
- न्यूजीलैंड
न्यूजीलैंड भी भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस वैलिड है लेकिन इसे अंग्रेजी में होना चाहिए। अगर यह अंग्रेजी में नहीं है तो इसे न्यूजीलैंड की किसी वैलिड भाषा में ट्रांसलेटेड होना चाहिए। साथ ही न्यूजीलैंड में 21 वर्ष और इससे ज्यादा का व्यक्ति ही ड्राइविंग कर सकता है।
- फ्रांस
फ्रांस में भारतीय डीएल से ड्राइविंग की जा सकती है लेकिन इसका वहां की भाषा में होना जरूरी है। यह वहां 1 साल तक वैलिड रहता है।
- नॉर्वे
नॉर्वे में 3 महीने तक भारतीय डीएल से ड्राइविंग की जा सकती है।