
खेलो इंडिया यूथ गेम्स (KIYG) में पदक जीतने वाले हरियाणा के युवा खिलाड़ी के लिए बड़ी खुशखबरी आई है। पदक विजेता खिलाड़ियों को बिना किसी प्रवेश परीक्षा के सोनीपत में मोतीलाल नेहरू स्कूल ऑफ स्पोर्ट्स (MNSS) में प्रवेश मिलेगा।
मध्य प्रदेश में आयोजित चौथे खेलो इंडिया यूथ गेम्स (KIYG) में हरियाणा महाराष्ट्र के बाद दूसरे स्थान पर रहा। हरियाणा के खिलाड़ियों ने कुल मिलाकर 128 पदक (41 स्वर्ण, 32 रजत और 55 कांस्य) जीते। हरियाणा के खेल विश्वविद्यालय के कुलपति एसएस देसवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि ये बच्चे पहले ही राष्ट्रीय स्तर पर खुद को साबित कर चुके हैं। इसलिए हमने फैसला किया है कि उन्हें प्रवेश परीक्षा में शामिल होने के लिए कहने की कोई जरूरत नहीं है, जो हम आम तौर पर आयोजित करते हैं।
देसवाल ने कहा, जितने भी पदक विजेता छात्र शामिल होना चाहते हैं, उन्हें प्रवेश दिया जाएगा। हम उन्हें अपने स्कूल में खेल प्रशिक्षण के साथ सर्वश्रेष्ठ शिक्षा प्रदान करना चाहते हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि इस शैक्षणिक वर्ष में 200 युवा खिलाड़ियों को प्रवेश देने की योजना है। आगे उन्होंने कहा, हम कक्षा 10 और 12 में सीधे प्रवेश नहीं देते हैं। बाकी कक्षाओं में प्रवेश खुला है। मेडल जीतने वाले खिलाड़ी ज्यादातर स्कूल जाने की उम्र के होते हैं। हालांकि KIYG में खेलने की अधिकतम आयु सीमा 18 वर्ष है, मुझे सूचित किया गया है कि अधिकांश खिलाड़ी काफी युवा हैं और स्कूल जाने की उम्र के हैं। पदक विजेता कक्षा 5-9 और कक्षा 11 में प्रवेश पाने के पात्र होंगे।
हरियाणा कैडर के आईपीएस देसवाल 31 अगस्त 2021 को भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के महानिदेशक के पद से सेवानिवृत्त हुए और उन्हें पिछले दिसंबर में राय में हरियाणा खेल विश्वविद्यालय का पहला वीसी नियुक्त किया गया था। मोतीलाल नेहरू स्कूल ऑफ स्पोर्ट्स की स्थापना जुलाई 1973 में हरियाणा सरकार द्वारा सह-शिक्षा बोर्डिंग स्कूल के रूप में की गई थी। इंडियन पब्लिक स्कूल कॉन्फ्रेंस के एक सदस्य और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) से संबद्ध, स्कूल को 2017 में EducationToday.co द्वारा किए गए एक राष्ट्रव्यापी सर्वेक्षण में देश में आठवें स्थान पर रखा गया था।