अयोध्या. राम नगरी में भगवान राम के मंदिर के साथ अयोध्या का समग्र विकास हो रहा है. पर्यटन की दृष्टि से अयोध्या विश्व के मानचित्र पर स्थापित होने जा रही है. रामलला का मंदिर निर्माण 2025 में पूरा होगा. लेकिन उससे पहले जनवरी 2024 में भव्य मंदिर में रामलला विराजमान होंगे. अयोध्या में तमाम विकास की योजनाएं मंदिर के साथ पूरी होती नजर आ रही है.
अध्यात्म की दृष्टि से ही नहीं बल्कि युवाओं के लिए भी रामनगरी विविधताओं से भरी होगी. जहां तमाम योजना उन्हें राम लला से जुड़ी हुई नजर आएंगी. वहीं अब रामनगरी आने वाले श्रद्धालुओं के लिए रेत म्यूजियम भी आकर्षण का केंद्र होगा. रेत मूर्तिकला संग्रहालय जिसमें भगवान राम के जीवन पर आधारित झांकिया रेत से निर्मित की जाएगी. रेत म्यूसियम का निर्माण दीपोत्सव स्थल के आसपास बनाए जाने की योजना बनकर तैयार है जल्द ही इसका निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा.
विश्व के मानचित्र पर स्थापित अयोध्या
आपको बताते चलें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा है कि अयोध्या धार्मिकता के साथ-साथ पर्यटन की दृष्टि से भी विश्व के मानचित्र पर स्थापित हो. शायद ही वजह है कि यहां पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं संचालित हो रही है. जिसमें राम की पैड़ी के निकट स्थित रेत पर भगवान राम के जीवन से जुड़ी तमाम दृश्य उकेरी जाएंगी. जो पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र होंगे.
दुनिया की भी सैर सकेंगे श्रद्धालु
इसके अलावा राम की पैड़ी के आसपास ही मोशन चेयर पर बैठकर आभासी दुनिया की भी सैर श्रद्धालु कर सकेंगे. जिसे बड़े-बड़े महानगरों में देखा जा सकता है. आने वाले दिनों में राम की पैड़ी के पास ही मोशन चेयर भी बनाया जाएगा. जिसमें हेडफोन लगाकर आंखों पर चश्मा पहनकर नई-नई चीजों को जीवंत रूप से देखा जा सके. खास तौर पर मौशन चेयर बच्चों के लिए आकर्षण का केंद्र होगा.
रेत म्यूजियम बनाए जाने का प्रपोजल
जिलाधिकारी अयोध्या नीतीश कुमार ने बताया कि राम की पैड़ी के आसपास ही रेत म्यूजियम बनाए जाने का प्रपोजल है. जिसको लेकर तैयारियां की जा रही है. रेत म्यूजियम के लिए नगर विकास विभाग के द्वारा फंड दिया जा रहा है. जल्द ही टेंडर प्रक्रिया के बाद सैंड म्यूजियम के निर्माण का कार्य शुरू किया जाएगा. रेत मूर्ति कला कृतियां भगवान राम के जीवन पर आधारित झांकियां बनाई जाएगी.
रामचरित मानस पर कलाकृतियां बनेगी
जिलाधिकारी ने कहा जिस तरीके से वैक्स म्यूजियम में वैक्स पर आधारित भगवान राम और रामचरितमानस पर कलाकृतियां बनाई जाएगी. इस तरह रेत म्यूजियम में रेत की मूर्ति कला से कलाकृतियां बनाई जाएगी, जल्द ही फंड स्वीकृत होने के बाद राम की पैड़ी के आसपास रेत म्यूजियम का निर्माण किया जाएगा.