कूड़ा बीनने वाले ने दी थी कागज के नोट छापने की सलाह! जाने कैसे शुरू हुआ पेपर करेंसी छापने का सफर?

नई दिल्‍ली. फर्ज करें कि दुनिया में कागज के नोट का आविष्‍कार न हुआ होता और सिर्फ सिक्‍के ही चलन में रहते, तो एक गाड़ी खरीदने के लिए आपको पैसे लादकर ले जाने पड़ते. कागज के नोट (Paper Currency) छापने से न सिर्फ लेनदेन आसान हो गया, बल्कि इसे एक जगह से दूसरी जगह साथ लेकर चलना भी काफी सुलभ हो गया है. आपने जेहन में भी अक्‍सर ये सवाल आते होंगे कि आखिर कागज के नोट छापने की शुरुआत कैसे हुई और इसका आधुनिक रूप कैसे-कैसे उतार-चढ़ावों से होकर गुजरा है.

दरअसल, कागज का आविष्‍कार चीन में हुआ था और उसी ने सबसे पहले लेनदेन में कागज की शुरुआत की थी. हालांकि, यह करेंसी से काफी अलग था और कागज पर रकम लिखकर उसे नोट की तरह चलाया जाता था. आधुनिक करेंसी छापने की शुरुआत 18वीं शताब्‍दी में मानी जाती है. कुछ जगह यह भी लिखा पाया गया कि आधुनिक करेंसी को छापने की सलाह कूड़ा बीनने वाले एक लड़के ने दी थी. ये बात चौंकाने वाली है, लेकिन ब्रिटेन में करेंसी नोट छापने की कंपनी की नींव रखने वाले इस लड़के थॉमस डी ला (Thomas de la) को ही मॉडर्न करेंसी छापने की शुरुआत करने वाला माना जाता है.

कैसे शुरू हुआ सफर

थॉमस इंग्लिश चैनल के पास स्थित गेम्‍से आईलैंड के एक गरीब परिवार में पैदा हुए थे. उनके पिता ने थॉमस को एक प्रिंटिंग प्रेस में काम पर लगा दिया था. जहां थॉमस ने प्रिंटिंग के सभी हुनर सीख लिए और कुशल मशीन मैन बन गया. हालांकि, बाद में कुछ ऐसा हुआ कि थॉमस को काम से निकाल दिया गया. परिवार की जिम्‍मेदारियां संभालने के लिए वह कूड़े से काम की चीजें बीनकर कबाड़ी को बेचने लगा. एक दिन उसकी मुलाकात फेमस चित्रकार रिचर्ड से हुई और थॉमस ने उनसे प्रिंटिंग प्रेस खोलने की इच्‍छा जताई.

धीरे-धीरे बढ़ने लगी प्रसिद्धी

रिचर्ड ने अपने पैसों से एक प्रिंटिंग प्रेस खोला जिसकी जिम्‍मेदारी थॉमस को दी और उसकी कुशलता ने धीरे-धीरे फेमस बनाना शुरू कर दिया. शुरुआत में तो उसे बाइबल और अन्‍य किताबों को छापने के ऑर्डर मिले. साल 1821 में थॉमस ने ब्रिटेन की रॉयल फैमिली के लिए प्‍लेइंग कार्ड यानी ताश के पत्‍ते छापे जिसे देख हर कोई अवाक रह गया. थॉमस ने 1855 में पोस्‍टल स्‍टॉम्‍प छापे. फिर थॉमस ने ब्रिटिश सरकार को सिक्‍कों की जगह कागज के नोट छापने की सलाह दी और इस तरह साल 1860 में पहली बार ब्रिटेन ने आधुनिक नोट छापा

विदेशों में भी खूब फैला कारोबार

थॉमस डी ला ने कंपनी का कारोबार ब्रिटेन के बाहर भी फैलाना शुरू कर दिया. सबसे पहला ऑर्डर 1896 में मॉरिशस से मिला और इस देश की करेंसी छापी. अब यह कंपनी पब्लिक लिमिटेड कंपनी बन चुकी है और वर्तमान में दुनिया 69 देशों को हाई सिक्‍योरिटी पेपर और प्रिंटिंग टेक्‍नोलॉजी बेच रही है. इस कंपनी ने कागज ही नहीं फाउंटेन पेन को भी बनाया और यह ब्रिटेन की लीडिंग फाउंटेन पेन बनाने वाली कंपनी बन गई.

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