
नई दिल्ली. फ्लाइट में दुर्व्यवहार करने पर नो फ्लाई लिस्ट में रखा जाता है यह बात सभी को पता है. हाल ही में इस तरह की कई घटनाएं हुईं, जिनके बाद यात्रियों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें नो फ्लाई लिस्ट में डाला गया है. दुर्व्यवहार के अलावा अन्य वजहों से भी यात्रियों को नो फ्लाई लिस्ट में डाला जा सकता है. अब तक 143 यात्रियों को नो फ्लाई लिस्ट में डाला जा चुका है, जानें और कौन से कारण हैं.
फ्लाइट में सफर के दौरान दुर्व्यवहार करने पर संबंधित यात्री पर कार्रवाई करते हुए नो फ्लाई लिस्ट में डालने का नियम 2017 में शुरू हुआ है. जब से यह नियम बना है तब अभी तक 143 यात्रियों पर कार्रवाई करते हुए नो फ्लाई लिस्ट में डाला जा चुका है. नियम बनने के बाद पहले वर्ष यानी 2017 में केवल एक यात्री पर कार्रवाई की गयी. इसके बाद वर्ष 2018 और 2019 में किसी पर भी कार्रवाई नहीं की गयी. इसके बाद नियमित रूप से प्रति वर्ष कार्रवाई की जा रही है.
इन कारणों से यात्रियों को डाला जा सकता है नो फ्लाई लिस्ट में
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अनुसार यात्रा के दौरान दुर्व्यवहार करने के अलावा अगर आप विमान के कर्मी दल के सदस्यों के आदेशों का पालन नहीं करते हैं, तो आपको नो फ्लाई लिस्ट में डाला जा सकता है. यानी सफर के दौरान जो नियम बताए जाते हैं, उनको ध्यान से सुनना चाहिए और पालन करना अनिवार्य है. इसके अलावा सफर के दौरान यात्रियों द्वारा मास्क न लगाना भी नो फ्लाई लिस्ट में डालने का एक कारण रहा है.
सबसे ज्यादा कार्रवाई 2022 में
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अनुसार वर्ष 2021 में सबसे अधिक यात्रियों को नो फ्लाई लिस्ट में डाला गया. इस वर्ष 66 यात्रियों को और वर्ष 2022 में 63 यात्रियों पर इस तरह की कार्रवाई की गयी है. वर्ष 2020 में एक एयर लाइंस इंडिगो ने कार्रवाई करते हुए 10 लोगों को नो फ्लाई लिस्ट में डाला. वहीं, अभी तक इस वर्ष तीन लोगों को एयर इंडिया ने नो फ्लाई लिस्ट में डाला है