नई दिल्ली। भारत निर्वाचन आयोग ने आज पूर्वोत्तर के तीन राज्यों पुरा, मेघालय और नागालैंड के विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी है। त्रिपुरा में 16 फरवरी, मेघालय और नगालैंड में 27 फरवरी को मतदान होंगे , 2 मार्च को चुनाव परिणाम का ऐलान होगा।
नागालैंड विधानसभा का कार्यकाल 12 मार्च, मेघालय विधानसभा का कार्यकाल 15 मार्च और त्रिपुरा विधानसभा का कार्यकाल का 22 मार्च को समाप्त हो रहा है।
पिछले हफ्ते मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार की अध्यक्षता में पूर्ण चुनाव आयोग ने तीनों पूर्वोत्तर राज्यों का दौरा किया था। इस दौरान चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों और राज्य, केंद्रीय सुरक्षा और नागरिक अधिकारियों के साथ कई बैठकें की थीं। दिल्ली लौटने के बाद मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार आज तीनों राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान करने वाले हैं।
तीनों राज्यों में गरमाया है सियासी माहौल
उधर, चुनाव कार्यक्रम की घोषणा से पहले तीनों राज्यों में सियासी माहौल गर्म है। राजनीतिक दलों ने अपनी गतिविधियां तेज कर दी हैं और चुनावों में जीत सुनिश्चित करने के लिए अपनी रणनीति को अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं। त्रिपुरा में फिलहाल माणिक साहा के नेतृत्व वाली बीजेपी की सरकार है। बीजेपी की सत्ता से पहले राज्य में 20 सालों तक वामपंथी पार्टी माकपा ने शासन किया था। इस बार के चुनावों में बीजेपी त्रिपुरा में माणिक साहा के चेहरे पर दांव लगा सकती है।
मेघालय में भी बीजेपी के गठबंधन वाली नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) सरकार है। वैसे तो 2018 के चुनाव में मेघालय कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी, लेकिन 2 सीटें जीतने वाली बीजेपी ने नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के साथ गठबंधन किया और राज्य को कोनराड संगमा के नेतृत्व वाली सरकार मिली। नागालैंड में भी बीजेपी सरकार का हिस्सा है। 2018 के चुनाव से पहले नागालैंड में बीजेपी ने नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) से गठबंधन किया था और जीत के बाद सरकार बनाई थी