चैत्र नवरात्रि में मिलावटी कुट्टू का आटा कर न दे सेहत खराब, ऐसे बरतें सावधानी

रोहतक। बुधवार से चैत्र नवरात्रि के व्रत शुरू हो रहे हैं जो 30 मार्च तक चलेंगे। नवरात्रि में मां दुर्गा के भक्त पूरे नौ दिनों तक फलाहार के लिए कुट्टू के आटे का सेवन करते हैं। नवरात्रि में कुट्टू के आटे की डिमांड बढ़ने की वजह से मुनाफाखोर भी कुट्टू के आटे में मिलावट करके उसे बेचना शुरु कर देते हैं। जिसका सेहत पर काफी बुरा असर पड़ता है। मिलावटी खाद्य पदार्थ खाने से अल्सर, पाइल्स, कैंसर और लीवर से जुड़ी कई गंभीर बीमारियां होने का खतरा पैदा हो सकता है।

व्रत में अधिकतर लोग कुट्टू के आटे से बने व्यंजन का ही प्रयोग करते हैं। लेकिन पिछले कुछ साल में ऐसे बहुत से मामले सामने आए हैं, जब कुट्टू का आटा खाने से लोग बीमार पड़ गए। उन्हें अस्पताल में भी दाखिल करवाना पड़ा। अगर आप भी व्रत कर रहे हैं तो कुट्टू का आटा खाने से पहले सावधान हो जाएं। खराब या मिलावटी कुट्टू का आटा नुकसानदायक हो सकता है। यह आटा आपकी सेहत बिगाड़ देगा। इसलिए कुट्टू का आटा खरीदने से पहले उसकी जांच कर लें। खराब या पुराना कुट्टू का आटा जहरीला भी हो सकता है।

पीजीआईएमएस के चिकित्सकों के अनुसार ताजा कुट्टू का आटा ही खाएं वो भी सीमित मात्रा में। खराब आटा सेहत के लिए नुकसानदायक होगा। खराब या मिलावटी कुट्टू का आटा खाने से पेट दर्द, उल्टी, दस्त, लीवर संबंधी परेशानी, आंतों में जख्म जैसी गंभीर समस्या से जूझना पड़ सकता है। इसलिए कुट्टू का आटा खाने से पहले अच्छी तरह जांच लें कि यह खाने के लायक है या नहीं।

ऐसे पहचाने मिलावटी आटा

कुट्टू के आटे का रंग गहरा भूरा होता है। कुट्टू के आटे में मिलावट या खराब होने पर सबसे पहले उसका रंग बदल जाता है। इस स्थिति में कुट्टू के आटे का रंग ग्रे या हल्का हरा हो सकता है। खराब या मिलावटी कुट्टू का आटा गूंथते समय बिखर जाता है। कुट्टू के आटे को खरीदने से पहले उसे छूकर देखें। अगर आटा खुरदुरा है और इसमें बीच-बीच में काले दाने दिखाई दे रहे हैं तो ये आटा न खरीदें। इस आटे में फांस लगी होने के कारण खराब हो गया है। दरअसल कुट्टू एक प्रकार का अनाज है, जो ठंडे इलाकों में पाया जाता है। इसे ज्यादा दिन तक स्टोर करके रखने से इसमें फंगस की समस्या भी पैदा हो सकती हैं। यही वजह है कि इसे लंबे समय तक स्टोर करने की सलाह नहीं दी जाती है।

कुट्टू के आटा एक महीने के अंदर ही खराब हो जाता है। कई बार लोग आटे को बचाकर रख लेते हैं लेकिन पिछले साल का आटा प्रयोग न करें। पुराने आटे में बैक्टीरिया होते हैं जो शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं। इनसे फूड प्वायजनिंग हो सकती है। अगर आपने खराब कुट्टू का आटा खा लिया तो कुछ देर बाद शरीर में परेशानी शुरू हो जाएगी। भूख न लगना, फूड प्वाजनिंग से पेट में मारोड़े, उल्टी, दस्त हो सकते हैं। इसके अलावा मूत्र संबंधी समस्या भी पैदा हो सकती है। कई बार दिमाग में खून की नलियों पर भी इसका विपरीत असर हो सकता है।

इसलिए अपनी आस्था और सेहत को बचाये रखने के लिए हमेशा अच्छे ब्रांड का ही आटा खरीदें। इससे आटे में मिलावट की संभावना कम रहती है। कभी भी खुला आटा नहीं खरीदना चाहिए। खुले कुट्टू के आटे में मिलावट सबसे ज्यादा की जाती है। कुट्टू के आटे को उपयोग करने से पहले छानना न भूलें। आटे को गूंथते वक्त इसमें सेंधा नमक सीधा न डालकर पानी में मिक्स करके ही डालें।

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