दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की टिप्पणी !

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बृहस्पतिवार (30 जनवरी) को कहा कि वह यह निर्णय दिल्ली की जनता पर छोड़ते हैं कि वे उन्हें अपना बेटा मानते हैं, भाई मानते हैं या फिर आतंकवादी समझते हैं। वहीं उनकी पार्टी ने मांग की, कि आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक के खिलाफ टिप्पणी करने के लिए भाजपा नेता प्रवेश वर्मा और मनोज तिवारी को विधानसभा चुनाव में प्रचार करने से रोका जाए। भाजपा सांसद वर्मा ने मादीपुर विधानसभा क्षेत्र में प्रचार करते हुए कथित रूप से कहा था, “केजरीवाल जैसे नटवरलाल, केजरीवाल जैसे आतंकवादी इस देश में छुपे बैठे हैं।” आप ने आरोप लगाया कि दिल्ली भाजपा के प्रमुख तिवारी ने भी दिल्ली के मुख्यमंत्री को “आंतकवादी” कहा। इस पर केजरीवाल ने संवाददाताओं से कहा, ”ये निर्णय आज मैं आप पर छोड़ता हूं कि मैं आपका बेटा हूं, भाई हूं या आतंकवादी।”

Image result for अरविन्द केजरीवालराष्ट्र की सेवा के अपने सफर को याद करते हुए केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने देश के लिए बहुत कुर्बानियां दी हैं। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार बनने के बाद, पिछले पांच सालों में, मैंने अच्छी शिक्षा देते हुए हर बच्चे को अपना समझा। क्या यह मुझे आतंकवादी बनाता है? मैंने दिल्ली के हर घर के लोगों के लिए अच्छे इलाज और दवाइयों की व्यवस्था की। क्या यह मुझे आतंकवादी बनाता है?” केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने दिल्ली के शहीदों का ख्याल रखने की कोशिश की। उन्होंने कहा, “क्या यह मुझे आतंकवादी बनाता है? मैंने कभी भी अपने लिए या अपने परिवार के लिए कुछ नहीं मांगा। मैंने हमेशा अपने दिल और आत्मा से लोगों की सेवा करने की कोशिश की। ज़रूरत पड़ने पर मैं अपनी जि़दंगी को देश के लिए कुर्बान करूंगा।”

केजरीवाल ने कहा, “आईआईटी खड़कपुर देश के सम्मानित संस्थानों में से एक है। मैं एक मेधावी छात्र था जिसने अच्छे अंक प्राप्त किए थे। मैं भी अपने साथियों की तरह विदेश जा सकता था। लेकिन मैंने यहां रूकना चुना क्योंकि मैंने सोचा कि केवल हम ही हैं जो राष्ट्र के लिए काम कर सकते हैं और इसमें सुधार कर सकते हैं। मैंने आयकर आयुक्त की नौकरी छोड़ी और भ्रष्टाचार के खिलाफ देश के सबसे बड़े आंदोलन में भाग लिया। क्या आतंकवादी ये कदम उठाता है?” आप नेता ने कहा कि उन्होंने कुछ सबसे शक्तिशाली और प्रतिष्ठित लोगों के भ्रष्टाचार के मामलों को उजागर किया है, इसकी वजह से उन्हें बहुत सहना पड़ा था। केजरीवाल ने कहा, “क्या एक आतंकवादी यह करता है? मुझे मधुमेह है। मैं एक दिन में चार बार इन्सुलिन लेता हूं। अगर मुधमेह से पीड़ित एक व्यक्ति इन्सुलिन लेता है और 3-4 घंटे कुछ न खाए तो वह बेहोश हो सकता है, यहां तक कि मर सकता है। इस स्थिति में भी भ्रष्टाचार के खिलाफ मैंने दो बार भूख हड़ताल की, एक बार 15 दिन की और दूसरी बार 10 दिन की।”

उन्होंने कहा, “डॉक्टरों ने मुझे इसके खिलाफ सलाह दी। मैंने देश के लिए अपना जीवन खतरे में डाला।” इसके कुछ देर बाद आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता वर्मा के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए निर्वाचन आयोग के बाहर धरने पर बैठ गए। इन नेताओं में आप के वरिष्ठ नेता संजय सिंह और पंकज गुप्ता शामिल हैं। इन्होंने अपने हाथों में ‘दिल्ली के बेटे केजरीवाल को आतंकवादी कहने वाले पर कार्रवाई करो की तख्तियां ले रखी थीं। सिंह ने निर्वाचन सदन के बाहर कहा, ”हम लोग मांग कर रहे हैं कि वर्मा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाए।” केजरीवाल ने बृहस्पतिवार (30 जनवरी) को बाबरपुर में एक जनसभा में कहा, “जब आप आठ फरवरी को मतदान के लिए जाएंगे, जब (ईवीएम) पर बटन दबाएं, और अगर आप मुझे अपना बेटा समझते हैं तो झाड़ू को वोट दें और आप मुझे आतंकवादी समझते हैं तो कमल को वोट दें।”

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