
इंटरनेशनल डे ऑफ गर्ल चाइल्ड आज 11 अक्टूबर को पूरी दुनिया में मनाया जा रहा है. UN द्वारा मान्यता प्राप्त ये दिन लड़कियों के रोज़ के जीवन में आनी वाली समस्याओं को उजागर करने और लैंगिक समानता को प्रोत्साहन देने के लिए मनाया जाता है. भारत में आज भी लड़कियों की एक बड़ी आबादी है जो बेसिक शिक्षा से दूर है. कभी आर्थिक समस्या तो कभी दूसरे सामाजिक कारणों से अक्सर लड़कियों की पढ़ाई बीच में छूट जाती है. केन्द्र और राज्य सरकार की ऐसी कई स्कॉलरशिप स्कीम हैं जिनके लिए लड़कियां अप्लाई कर सकती हैं और पढ़ाई जारी रख सकती हैं.
CBSE UDAAN Scholarship
CBSE कक्षा 11वीं और 12वीं की लड़कियों को यह छात्रवृत्ति देता करता है ताकि वे इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा के लिए तैयारी कर सकें और देश के मान्यता प्राप्त इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन पा सकें. इसके तहत देश के 60 शहरों में ऑनलाइन क्लासेज़ होती हैं. इस स्कॉलरशिप में OBC के लिए 27% सीटें, SC के लिए 15%, ST के लिए 7.5% और PwD के लिए 3% सीटें आरक्षित हैं.
योग्यता: गर्ल स्टूडेंट कक्षा 11वीं या 12वीं में फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स की स्टूडेंट होनी चाहिए. इसके अलावा KV/NV/सरकारी स्कूल/ CBSE स्कूल से होनी चाहिए और 10वीं कक्षा में 70% तथा साइंस और गणित में 80% नंबर होने चाहिए. परिवार की आय 6 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए.
Begum Hazrat Mahal National Scholarship
बेगम हजरत महल नेशनल स्कॉलरशिप (मौलाना आज़ाद स्कॉलरशिप) कक्षा 9वीं से 12वीं की लड़कियों के लिए है. इस स्कॉलरशिप का लाभ मुस्लिम, क्रिश्चियन, सिख, बुध, जैन और पारसी कम्यूनिटी की मेरिट होल्डर लड़कियां ले सकती हैं.
योग्यता: माइनॉरिटी कम्यूनिटी की फीमेल स्टूडेंट्स जिनके पिछले क्लास में 50% नंबर हों और परिवार की आय 2 लाख से अधिक न हो.
ये स्कॉलरशिप उन लड़कियों के लिए है जिन्होंने किसी AICTE से मान्यता प्राप्त कॉलेज में डिग्री या डिप्लोमा में एडमिशन लिया हो.
योग्यता: कैंडिडेट की फैमिली इनकम 8 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए और एक परिवार से अधिकतम 2 लड़कियां ही इसका लाभ ले सकती हैं.
इंदिरा गांधी स्कॉलरशिप फॉर सिंगल चाइल्ड चाइल्ड स्कॉलरशिप UGC द्वारा उन लड़कियों को दी जाती हैं जो अपने माता-पिता की एकलौती संतान हों और किसी नॉन-प्रोफेश्नल PG कोर्स में दाखिला लेना चाहती हों. इसके लिए अधिकतम आयुसीमा 30 वर्ष निर्धारित है.
ये स्कॉलरशिप CBSE द्वारा कक्षा 11 और 12 की मेरिट होल्डर लडकियों के लिए है. इसके लिए वही लड़कियां पात्र हैं जो अपने माता-पिता की एकलौती संतान हों. कैंडिडेट को कक्षा 10वीं में 60% नंबरों के साथ पास होना जरूरी है और उसे CBSE के ऐसे स्कूल से पास होना चाहिए जिसकी मासिक फीस 1500 रुपये से अधिक न हो.
ये स्कॉलरशिप महाराष्ट्र राज्य की उन लड़कियों के लिए है जो पिछड़े वर्ग (BC) से हैं और कक्षा 8-10 में हैं. ये स्कॉलरशिप खास इसलिए दी जाती है ताकि लड़कियां अपनी आगे की पढ़ाई जारी रख सकें. महाराष्ट्र के पिछड़े वर्ग की 8-10वीं कक्षा की लड़कियां स्कूल के माध्यम से इस स्कॉलरशिप के लिए आवेदन कर सकती हैं.