
अम्बाला छावनी : छावनी के बीडी फ्लोर मिल के पीछे प्रगति विहार में एक किराए पर कमरा लेकर उसमें नकली सैनिटाइजर बनाने के खेल का भंडाफोड़ हुआ है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर कार्रवाई करते हुए कमरे में से करीब 375 नकली सैनिटाइजर की छोटी-बड़ी बोतलें बरामद की और सूचना पाते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची. कमरे में मिली सैनिटाइजर की बोतलों को सील करते हुए जयचंद नाम के व्यक्ति के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया। यहाँ तक कि स्वास्थ्य विभाग की टीम पिछले 4 दिनों से इस खेल का भंडाफोड़ करने के लिए कार्रवाई में जुटी हुई थी।
पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया में सैनिटाइजर विज्ञापन की कुछ फोटो वायरल हो रही थी। इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग की टीम के पास पहुंची और उन्होंने मामले में जांच करनी शुरू कर दी। इस विज्ञापन में दी गई सैनिटाइजर की बोतल पर बैन फार्मा का लाइसैंस नम्बर लिखा हुआ था। विभाग की टीम जांच करते हुए कंपनी संचालकों के पास पहुंची तो पता चला कि उनकी बैन फार्मा कम्पनी तो सैनिटाइजर ही नहीं बनाती है।
इसके बाद टीम बोतल पर डिफैंस कॉलोनी स्थित आयुर्वेदिक निर्माता कंपनी के लिखे हुए पते पर पहुंची। लेकिन यहां पहुंचने पर पता चला कि यह आयुर्वेदिक प्रोड्क्टस की निर्माता कम्पनी है और यहां टीम को छानबीन के दौरान एलोपैथिक एल्कोहल से तैयार किए जा रहे सैनिटाइजर की बोतलें मिली।
शाहबाद के होलसेलर को दिया जा रहा था रॉ मैटीरियल
इसके बाद जब स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जब यहां पर पूछताछ की तो पता चला कि शाहबाद निवासी होलसेलर डिफैंस कॉलोनी से करीब 200 लीटर सैनिटाइजर अपने किसी जानकार के जरिए लेकर यहां से लेकर गया था। यहां से टीम शाहबाद निवासी होलसेलर बिसमिल देव से मिलने पहुंची लेकिन वह नहीं मिला। टीम फिर से वापस डिफैंस कॉलोनी में पहुंची और यहां पर उन्होंने कम्प्यूटर व दस्तावेज खंगाले तो उनमें जयचंद नाम के व्यक्ति का खुलासा हुआ। बुधवार रात को 11 बजे ही टीम जयचंद को मिलने पहुंची तो वहां उसका जीजा मिला। पूछताछ में पता चला जयचंद कहीं बाहर गया हुआ है।