
इंडिया ब्रेकिंग/करनाल रिपोर्टर(ब्यूरो) करनाल 6 अप्रैल, उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने बताया कि जिला करनाल में गेहूँ की फसल की कटाई का कार्य लगभग शुरु होने जा रहा है, जिसके लिए दूसरे राज्यों व जिलों से ड्राईवर व श्रमिक अपनी-अपनी कम्बाईन मशीनों तथा अन्य कृषि उपकरण सहित करनाल के विभिन्न गाँवों व क्षेत्रों में आवागमन संभावित है। इन आने वाले ड्राईवरों व श्रमिको में कोरोना वायरस का कोई संदिग्ध व्यक्ति भी हो सकता है, जिसके कारण जिला में सक्रमंण फैलने का खतरा बढ़ सकता है।
आने वाले इन सभी की चिकित्सा जाँच करवाना अति आवश्यक है और इस संबंध में जिला करनाल में सभी कम्बाईन मशीन तभी गेहूँ की फसल की कटाई का कार्य करेगी जब उनके पास सम्बन्धित चिकित्सा अधिकारी से चिकित्सा जाँच उपरान्त सम्बन्धित एसडीएम द्वारा जारी अनुमति प्रमाण पत्र उपलब्ध होगा। उन्होंने यह भी बताया कि सम्बन्धित एसडीएम की जिम्मेवारी होगी कि वह अपने-अपने कार्यालय में चिकित्सा अधिकारी को अस्थाई तौर पर नियुक्त करके सभी कम्बाईन मशीनों के स्टाफ की चिकित्सा जाँच करवाना सुनिश्चित करेंगे तथा चिकित्सा अधिकारी की रिपोर्ट के आधार पर निर्धारित प्रोफार्मा में कम्बाईन चलाने की अनुमति जारी करेंगे।
उन्होंने बताया कि जिला विकास एवम पंचायत अधिकारी करनाल को निर्देश दिए गए हैं कि वह जिला करनाल की सभी ग्राम पंचायतों के सरंपचों को अपने स्तर पर तुरन्त निर्देशित करना सुनिश्चित करे कि उनके गाँवो में संबंधित एसडीएम की अनुमति के बिना किसी भी प्रकार की कोई कम्बाईन मशीन व कृषि यंत्र प्रवेश व कार्य ना करने पाए। इसके साथ-साथ मशीनों पर कार्यरत स्टाफ को गाँव की आबादी क्षेत्र से बाहर ठहरने व रखने का प्रबन्ध करेंगे ताकि गाँव की आबादी क्षेत्र में संक्रमण फैलने से रोका जा सके। उन्होंने कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उप-कृषि निदेशक को निर्देश दिए कि वह प्रत्येक उपमण्डल में अपने कार्यालय से एक-एक अधिकारी को सम्बन्धित एसडीएम के साथ नियुक्त करना सुनिश्चित करेंगे