केंद्र सरकार का बड़ा फैसला, आटे की बिक्री पर लगाया बैन, जानिए वजह

नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने खाद्य महंगाई से आम जनता को छुटकारा देने का फैसला लिया है. केंद्र सरकार बढ़ती महंगाई पर तुरंत प्रभाव से रोकथाम लगाना चाहती है. हाल ही में भारत के महंगाई अपनी चरम सीमा पर है. सरकार ने लगातार खाद्य महंगाई को बढ़ते देख अब सरकार गेहूं के आटे के Export पर रोक लगा दी है. गेहूं के आटे के Export पर रोक से आम जनता को राहत भरी सांस लेने को मिलेगी. गेहूं के आटे के Export पर रोक लगाने से महंगाई पर नियंत्रण पाया जा सकेगा.

घरेलू बाजारों में भी होगा असर

केंद्र सरकार ने बढ़ती मंहगाई को देखते हुए एक अहम फैसला लिया है. वो खाद्य महंगाई पर नियंत्रण पाना चाहती है. केंद्र सरकार के इस निर्णय का असर घरेलू बाजारों में भी देखने को मिलेगा. इस खबर को सुनने के बाद आम जनता में खुशी की लहर देखने को मिली है. ये फैसला गेहूं के आटे की कीमतों को कंट्रोल करने में मदद करेगा.

महंगाई पर लगेगी रोकथाम

केंद्र सरकार के इस फैसले से लोगों की जेबों पर कम भार पड़ेगा. उन्होंने गेहूं के आटे की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने का फैसला किया है. जो महंगाई पर नियंत्रण पाने में सहायता करेगा. PM नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों को लेकर एक जरूरी फैसला लिया गया है. ये फैसला मंत्रिमंडलीय समिति और CCEA की बैठक में लिया गया है.

घरेलू बाजारों में बढ़ी गेहूं के आटे की कीमत

भारी बारिश के कहर से और तेज गर्मी की वजह से गेहूं की फसल को नुक्सान हुआ था. जिससे इस वर्ष गेहूं का उत्पादन बहुत कम हुआ था. दूसरी ओर रूस व यूक्रेन के बीच हुए युद्ध के बाद वैश्विक स्तर पर गेहूं की मांग बढ़ गई थी. जिसके कारण भारत से गेहूं का Export बढ़ गया था. एक्सपोर्ट बढ़ने के कारण ही भारत के घरेलू बाजारों में गेहूं की कीमतें बढ़ गई. भारत की सबसे बड़ी मंडियों में शुमार इंदौर की मंडी है. जहां पहले गेहूं की कीमत 2400 रुपये थी. वहीं अब बढ़कर 2500 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गई है.

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