पहली बार डिजिटली रूप से की जाएगी जनगणना, जल्द ही शुरू होगा काम

गुडग़ांव : जनगणना के प्रथम चरण की शुरुआत 1 मई से की जाएगी जो 15 जून तक चलेगी। यह जानकारी आज नगराधीश एवं जनगणना की नोडल अधिकारी मनीषा शर्मा ने अपने कार्यालय में आयोजित बैठक के दौरान दी। पहली बार जनगणना डिजिटल रूप से की जा रही है, जिसमे मोबाइल ऐप के माध्यम से सभी आंकड़ों को संकलित किया जाएगा। प्रदेश सरकार का यह प्रयास रहेगा कि इस बार जनगणना पूरी तरह से डिजिटलाइज्ड माध्यम से की जाए। 1 मई से शुरू प्रथम  चरण के दौरान सभी घरो की सूचि तैयार की जायगी एवं साथ में राष्ट्रीय जनसख्या रजिस्टर (एनपीआर) भी बनाया जायगा।

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देश में पहली बार डिजिटलाइज्ड रूप से होने जा रही जनगणना में सभी शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में घरों का सुचिकरण किया जाएगा। सेन्सस ऑफ़ इण्डिया नामक ऐप्प के माध्यम से डाटा सीधा उपलोड किया जा सकेगा। नगराधीश एवं नोडल अधिकारी मनीषा शर्मा ने बताया कि विशेष रूप से डिजाइन किए गए इस  मोबाइल ऐप के माध्यम से डेटा बड़े ही आसान तरीके से भरा जा सकेंगे जिससे पूरी तरह से यह कार्य पेपरलेस हो जायगा। सेंसस मॉनिटरिंग एवं मैनेजमेंट सिस्टम (सीएमएसएस) के माध्यम से जनगणना की सभी प्रगति एवं गतिविधि का रियल टाइम मॉनिटरिंग होगी।

Image result for croudमोबाइल ऐप्प के माध्यम से डाटा एकत्र करना सरल हो जाएगा। साथ ही इससे काम में तेजी आएगी एवं समय की बचत भी होगी। जनगणना प्रक्रिया में ज़्यादातर अध्यापकों की नियुक्ति की जायगी। जनगणना प्रक्रिया के लिए गुरुग्राम जिला में मास्टर ट्रेनरों की ट्रेनिंग पूरी की जा चुकी है, जिसके चलते अभी तक 49 मास्टर ट्रेनरों को तैयार भी  किया जा चुका है। मास्टर ट्रेनर की ट्रेनिंग के बाद अब जिला में फील्ड ट्रेनरों की ट्रैनिग दी जायगी जिसके चलते जिला से 56 फ ील्ड ट्रेनर तैयार किये जायेंगे। फील्ड ट्रेनर्स की ट्रेनिंग के बाद आगे इम्मुनियेटर एवं  सुपरवाइजर को ट्रेनिंग दी जायगी। जनगणना के दूसरे चरण की शुरुआत 9 फ रवरी 2021 से 28 फ रवरी 2021 तक चलेगी जिसके चलते सभी घरों में रहने वाले लोगों का डाटा जनगणना में शामिल किया जायगा। जनगणना प्रक्रिया 10 वर्ष में एक बार की जाती है जिससे इसमें लोगो का जोड़ा जाता है।

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