CBSE बोर्ड ने गणित को लेकर 10वीं के विद्यार्थिओं के लिए जारी की नई मार्किंग स्कीम

कुरुक्षेत्र : केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सी.बी.एस.ई.) की परीक्षा में लागू की गई नई मार्किंग स्कीम. अब इस स्कीम को ध्यान में रखकर ही विद्यार्थी परीक्षा में प्रश्नपत्र को हल करेंगे. विद्यार्थी मार्किंग स्कीम को ध्यान में रखकर थोड़ी सी सावधानी से ही अधिक अंक प्राप्त कर सकते हैं। गणित शिक्षकों रीटा रानी, धीरज गुप्ता, विजय शर्मा व भगवान चन्द के अनुसार देखा गया है कि सभी विषयों में गणित ही एक ऐसा विषय होता है जो परीक्षा के समय अधिकतर विद्यार्थियों को तैयारी के समय परेशान करता है।शिक्षकों ने बताया कि विद्यार्थी इस बात का ध्यान रखें कि इस वर्ष पहली बार 10वीं के विद्यार्थियों के लिए गणित के एक नहीं 2 पेपर होंगे। ऐसे में विद्यार्थियों के लिए आवश्यक है कि विद्यार्थी अपने शिक्षक से यह समझें कि यह 2 पेपर किस प्रकार होंगे और उनकी मार्किंग स्कीम क्या होगी।बेसिक और स्टैंडर्ड गणित

गणित शिक्षिका रीटा रानी के अनुसार गणित को विद्यार्थियों द्वारा एक मुश्किल विषय माना जाता है। इस प्रकार की समस्या में विद्यार्थी 10वीं तक बहुत मुश्किल से गणित विषय रखते हैं लेकिन अगली कक्षा की पढ़ाई में गणित जैसे विषय को छोड देते हैं। इस विषय को ध्यान में रखते हुए सी.बी.एस.ई. बोर्ड का निर्णय है कि 10वीं कक्षा की गणित की परीक्षा के 2 पेपर होंगे। एक पेपर बेसिक लैवल का और दूसरा स्टैंडर्ड लैवल का पेपर होगा। जो विद्यार्थी 10वीं के बाद गणित रखना चाहते हैं, उनके लिए स्टैंडर्ड लैवल वाला पेपर होगा और जो विद्यार्थी नहीं रखना चाहते वे बेसिक लैवल वाला पेपर दे सकेंगे।

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