Swiggy को तगड़ा झटका! 900 रेस्टोरेंट हुए ऐप से बाहर, जाने वजह

नई दिल्ली. फूड डिलीवरी के बाद रेस्टोरेंट और फूडटेक प्लेटफॉर्म्स स्विगी (Swiggy) और जोमैटो (Zomato) के बीच लॉगआउट की लड़ाई डाइन-इन पर आ गई है. सैकड़ों ए-लिस्ट रेस्टोरेंट्स ने बीते दिनों खुद को स्विगी डाइनआउट (Swiggy Dineout) से बाहर कर लिया. रेस्टोरेंट्स उद्योग के सूत्रों के अनुसार लगभग 900 डाइनिंग आउटलेट ने स्विगी से खुद को डीलिस्ट करने का नोटिस भेज दिया है.

स्विगी डाइनआउट से हटाए गए रेस्टोरेंट में हॉस्पिटैलिटी के क्षेत्र में काम कर रहे कुछ अन्य संस्थान जैसे इंडिगो हॉस्पिटैलिटी, इम्प्रेसारियो एंटरटेनमेंट एंड हॉस्पिटैलिटी और सिमरिंग फूड्स एंड रेस्टोरेंट्स हैं. इनमें स्मोक हाउस डेली (Smoke House Deli) और मामागोटो (Mamagoto), वाउ मोमोज (Wow Momos) और चायोस (Chaayos) जैसे ब्रांड शामिल हैं.

जानिए क्या है वजह

स्विगी डाइनआउट से डीलिस्टिंग हुए रेस्टोरेंट ने बाहर होने की वजह ये बताई है कि इस प्लेटफ़ॉर्म के ज़रिए कस्टमर्स को मिलने वाले डिस्काउंट रेस्टोरेंट बिजनेस को काफी नुकसान पहुंचा रहा है. उन्होंने कहा कि डाइनआउट ऐप पर स्विगी कस्टमर्स को भारी भरकम डिस्काउंट ऑफर कर रहा है. इससे रेस्त्रां का Dine-in बिजनेस पूरी तरह बिगड़ जाएगा.रेस्टोरेंट की शिकायत है कि जब कोई ग्राहक डाइनआउट या ज़ोमैटो पे जैसे ऐप बुकिंग के लिए रेस्टोरेंट से भारी भरकम कमिशन ले रही थी और कस्टमर्स को खाने और बेवरेजेज पर मोटा डिस्काउंट ऑफर कर रही थी, जो रेस्टोरेंट के बिजनेस के लिए घाटे का सौदा था.

स्विगी ने दिया ये जवाब

हालांकि स्विगी प्रवक्ता ने कहा कि स्विगी डाइनआउट पर मौजूद रेस्टोरेंट पार्टनर्स को पूरी छूट होती है कि वे अपने डिस्काउंट खुद तय करें. डीलिस्ट करने वाले रेस्टोरेंट्स की संख्या बेहद कम है. हालांकि हम NRAI के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत कर रहे हैं कि इस स्थिति से कैसे निपटा जा सकता है.

नहीं मिल पाएगा डिस्काउंट

डीलिस्ट होने के बाद रेस्टोरेंट स्विगी के सर्च में तो दिखाई पड़ेगा. मगर कस्टमर उससे रेस्टोरेंट में जाकर डिस्काउंट या कैशबैक की सुविधा नहीं ले सकते हैं. डाइनआउट आज लगभग 20 शहरों में कुल 15,000 रेस्टोरेंट्स के साथ काम कर रहा है.

हम अपने पार्टर रेस्टोरेंट्स के साथ समय-समय पर संवाद करते रहते हैं जिससे हम उनकी ज़रूरतें समझ सकें और इन पार्टनरशिप को बेहतर तरीके से चला सकें. डाइनआउट की शुरुआत साल 2012 में लगभग 50,000 रेस्टोरेंट्स के साथ हुई थी. 989 करोड़ रुपये (120 मिलियन डॉलर) में हुई इस डील के बाद स्विगी भी रेस्टोरेंट लिस्टिंग बिजनेस में उतर आया था. यानी उस फील्ड में जिसमें ज़ोमैटो कई साल पहले से मौजूद था.

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