हरियाणा के करनाल में मंगलवार सुबह 3:30 बजे शिव शक्ति राइस मिल की तीन मंजिला इमारत ढह गई। इसके मलबे में दबकर 4 मजदूरों की मौत हो गई, जबकि 20 से 25 मजदूर मलबे में दब गए। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि 120 मजदूरों ने खिड़कियों से कूदकर जान बचाई।
तरावड़ी की शिव शक्ति राइस मिल की इस इमारत में करीब 200 मजदूर रहते थे। इनमें से कुछ रात को काम पर गए हुए थे। बाकी इमारत में सो रहे थे। एनडीआरएफ व पुलिस टीमों का रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म हो गया है। ये ऑपरेशन 7 घंटे चला।
शुरूआती जानकारी के मुताबिक मरने वाले मजदूर बिहार के अररिया, बेगूसराय, खगड़िया और समस्तीपुर के रहने वाले हैं।
चश्मदीद मजदूर बोला- सब सो रहे थे, अचानक बिल्डिंग गिर गई
खगड़िया के रहने वाले चश्मदीद मजदूर विजय कुमार ने बताया- कल भी बिल्डिंग में काम हुआ। सब थककर सो रहे थे। रात 3 बजे बिल्डिंग गिर गई। जितने भी बरामदे में सो रहे थे, सब चपेट में आ गए। रूम में रहने वाले बच गए।
धमाके जैसी आवाज आई
बिल्डिंग की तीसरी मंजिल पर सो रहे सुमित ने बताया कि रात 3:05 बजे हम सो रहे थे। अचानक धमाके जैसी आवाज आई। बाहर निकले तो देखा कि बिल्डिंग की अगली साइड वाला हिस्सा नीचे गिरा हुआ है।
5 घंटे से ऑपरेशन जारी, मलबा हटाने में पूरा दिन लगेगा
करनाल के SP शशांक कुमार सावन ने कहा कि मालिक को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। 3 मंजिला इमारत के पहले फ्लोर पर रिपेयरिंग का काम चल रहा था। उन्होंने बताया कि लेबर कॉन्ट्रैक्टर से लिस्ट ली गई है। इसके आधार पर लापता लोगों की तलाश की जा रही है। हादसे में मारे गए लोगों के नाम संजय कुमार, पंकज कुमार, अवधेश और चंदन हैं।
करनाल के DC अनीश यादव ने बताया कि राइस मिल में इनकी लेबर रहती थी। शुरूआती जांच में पता चला कि बिल्डिंग का स्ट्रक्चर अनसेफ था। इसके लिए हमने SDM की अगुआई में जांच कमेटी बना दी है। जिसमें पीडब्ल्यूडी बीएंडआर के XEN को शामिल किया गया है। वे अपनी रिपोर्ट सबमिट करेंगे कि बिल्डिंग के स्ट्रक्चर की क्या स्थिति थी। रिपोर्ट के बाद एक्शन लिया जाएगा।
3 मंजिला राइस मिल हादसे में बचे मजदूरों की आंखों में अब भी खौफ है। इस हादसे में 4 मजदूरों की मौत हो गई, जबकि 20 घायल हैं। मजदूरों ने बताया कि जब सुबह करीब 3 बजे के बाद बिल्डिंग गिरी तो ज्यादातर गहरी नींद में थे। उनकी आंख तब खुली, जब बिल्डिंग गिरी। इससे अचानक धमाका हुआ, ऐसा लगा जैसे भूकंप आया हो