
सैनेटाईजर लगाने के लिए कहा तो हमलावरों ने नाका तोड़कर की मारपीट, कहे जातिसूचक शब्द
मारपीट का शिकार हुए व्यक्ति ने पुलिस पर लगाया कार्रवाई न करने का आरोप, डी.सी. को भेजी शिकायत
मामला :- डी.सी. के आदेशों के बाद गांव उड़ाना में लगाए गए नाके पर बैठे लोगों से मारपीट करने का
इंडिया ब्रेकिंग / करनाल रिपोर्टर (ब्यूरो) करनाल, 9 अप्रैल। जिले के गांव उड़ाना में डी.सी. निशांत यादव के आदेशों के बाद लगाए गए नाके पर बैठे लोगों से कुछ हमलावारों ने न केवल मारपीट की, बल्कि जातिसूचक शब्द भी कहे। हमलावारों ने नाके को भी तोड़ दिया। इसकी सूचना पुलिस विभाग को दी गई है, लेकिन कोई भी कार्रवाई न होने से खफा शिकायतकर्त्ता ने इस पूरे घटनाक्रमण की जानकारी डी.सी. निशांत यादव को देकर सख्त कार्रवाई करने की गुहार लगाई है। शिकायतकर्त्ता संदीप ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह गांववासी रविंद्र व काले के साथ सरपंच के आदेशों के बाद नाके पर बैठे थे
लेकिन जब गांव के ही रहने वाले प्रिंस, जोनी, सुखबीर और मोहन तीन अन्य लोगों के साथ नाके पर आए तो उन्हें सैनेटाईजर लगाने के बारे में कहा गया, इस पर उनहोंने सैनेटाईजर लगाने से साफ मना करते हुए जातिसूचक शब्द बोलने शुरू कर दिए। जब इसका विरोध किया गया तो उन्होंने न केवल जमकर गालियां निकाली, बल्कि नाके पर बैठे सभी लोगों के साथ मारपीट भी की, जिससे नाके पर बैठे लोग घायल हो गए। शिकायतकर्त्ता संदीप ने आरोप लगाया कि पुलिस ने हमलावरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नही की है। उल्टा पुलिस ने नाके पर बैठे लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर दी, जिससे उनमें गहरा रोष व्याप्त है। शिकायतकर्त्ता संदीप ने हमलावरों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने की गुहार लगाई है।
यह बोले सरपंच :- इस बारे में जब गांव के सरपंच सुरेंद्र उड़ाना से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि डी.सी. के आदेशों के बाद ही गांव उड़ाना की एंट्री पर नाका लगाया गया था, लेकिन कुछ हमलावरों ने मेरे साथ नाके पर बैठे लोगों के साथ मारपीट करने के साथ-साथ उन्हें जातिसूचक शब्द भी कहे। सरपंच ने बताया कि यह नाका डी.सी. के आदेशों पर लगाया गया था, इसलिए ही इस मामले की शिकायत डी.सी. निशांत यादव को दी गई है, जबकि शिकायतकर्त्ता संदीप ने इसकी शिकायत इंद्री पुलिस को की थी।
यह बोले थाना प्रभारी :- इस बारे में जब इंद्री थाना प्रभारी सतपाल सिंह से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि यह मामला उनके संज्ञान में है। दोनों पक्षों की तरफ से शिकायत मिली थी। ऐसे में दोनों पक्षों के लोगों के खिलाफ ही मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच की जा रही है। जिसकी गलती होगी और जो दोषी पाया गया उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।