महेंद्रगढ़ की अंजू बनी हरियाणा की सबसे युवा सरपंच, उम्र जान चौंक जाएंगे आप

पंचायत चुनाव के पहले चरण के मतदान के बाद हरियाणा के 9 जिलों में पंच और सरपंच चुनाव के नतीजों की घोषणा हो चुकी है। पहले चरण में 8810 पंच और 2534 सरपंच की नियुक्ति हुई है। इन सबके बीच हरियाणा के महेंद्रगढ़ के गांव खुडाना की अंजू प्रदेश की सबसे कम उम्र की सरपंच बनी हैं। अंजू को सरपंच चुने जाने के बाद पूरे गांव में दीपावली जैसा उत्सव का माहौल है।

महेंद्रगढ़ के खुडाना गांव में सरपंच पद के लिए 7 उम्मीदवार मैदान में थे। अन्य प्रत्याशियों को पीछे छोड़ अंजू ने जीत हासिल की। अंजू को 1300 वोट, सुदेश को 1056 वोट, अनूप को 709 वोट, रेनू को 237 वोट, सुषमा को 105 वोट, मिथलेश को 83 वोट, भारती देवी को 39 वोट प्राप्त हुए है। आपको जानकार हैरानी होगी की अंजू मात्र 21 साल 1 महीना 18 दिन की उम्र में सरपंच बनी है। इसी के साथ अंजू हरियाणा की सबसे कम उम्र में सरपंच बनने का इतिहास दर्ज कर दिया है।

सरपंच चुनाव में जीत हासिल करने के बाद अंजू ने कहा कि समाज सेवा को लेकर उनकी काफी रूचि रही है। जिसके लिए वो डॉक्टर की पढ़ाई की तैयारी कर रही है। उनके पिता डॉ. नरेश सिंह सामाजिक गति विधियों में ज्यादा भाग लेते हैं व पिछले काफी समय से समाज सेवा में लगे हुए हैं। उन्होंने बताया कि उनका मुख्य उद्देश्य युवा बच्चों में समाज सेवा के साथ-साथ खेलों व पढ़ाई की तरफ उनके ध्यान को केन्द्रित करना है, ताकि वे अपने लक्ष्य को निर्धारित कर समाज सेवा व गांव, प्रदेश और देश के विकास में अपना योगदान दे सके।

बता दें कि अंजू वर्तमान में बीएएमएस प्रथम वर्ष की छात्रा है। उनके पिता पेशे से डॉक्टर है। अंजू की जीत के बाद से ही गांव में जश्न का अलग ही उत्सव देखने को मिल रहा है। अंजू की जीत पर उनके पिता डॉ. नरेश ने बताया कि बेटियों ने समय-समय पर अपनी प्रतिभा के दम पर जिले का गौरव बढ़ाया है। ग्रामीणों ने जो मान-सम्मान दिया है, उसका ऋणी रहेगा। बेटी को गांव की सरपंच बनाना अब प्रदेशभर की बेटियों के लिए एक मिसाल बनेगा।

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