हरियाणा राज्य में ऐसे कई परिवार है जो आर्थिक रूप से सक्षम ना हो पाने के कारण अपने बच्चों की स्कूली शिक्षा सरकारी स्कूल में ही करवा पाते हैं. ऐसे परिवार के लिए हरियाणा सरकार ने जुलाई 2022 में चिराग योजना शुरु की है. इस योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चों को प्राइवेट स्कूलों द्वारा बेहतर शिक्षा मुहैया कराना है. इस योजना की मदद से गरीब बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में सरकारी फीस पर एडमिशन दिलवाया जा सकता है.
दूसरी से बाहरवीं तक के छात्र-छात्राओं को फायदा
इस योजना का लाभ कक्षा दूसरी से बाहरवीं तक के छात्र-छात्राओं को मिलेगा. पहले बच्चों का दाखिला नियम- 134 ए के तहत होता है. लेकिन सरकार ने इस नियम को खत्म करते हुए चिराग योजना की शुरुआत की है. जानते हैं इस योजना का लाभ कैसे लिया जा सकता है.
सरकार करेगी स्कूल फीस का भुगतान
1.कक्षा दूसरी से पांचवीं तक प्रति छात्र 700 रुपये
2.कक्षा छठी से आठवीं तक प्रति छात्र 900 रुपये
3.कक्षा नौवीं से बारहवीं तक प्रति छात्र 1100 रुपये
योजना के लिए पात्रता
1.विद्यार्थी हरियाणा राज्य निवासी होने चाहिए.
2.लाभार्थी के परिवार की वार्षिक आय 1.80 लाख से ज्यादा नहीं होना चाहिए.
2.चिराग योजना का लाभ कक्षा दूसरी से बारहवीं तक के बच्चों को दिया जाएगा.
दाखिल के लिए आवश्यक दस्तावेज
1. टी.सी सर्टिफिकेट
2. पासपोर्ट साइज फोटो
3. जन्म प्रमाण पत्र
4. जाति प्रमाण पत्र
5. आधार कार्ड पत्र
6. राशन कार्ड
7. मोबाइल नंबर
चिराग योजना का लाभ
चिराग योजना के तहत गरीब परिवार के बच्चों को निजी स्कूलों में निशुल्क शिक्षा मिल पाएगी. बेहतर शिक्षा मिलने से छात्र-छात्राओं का मनोबल बढ़ेगा. उनके जीवन में कई प्रकार के सकारात्मक बदलाव आएंगे. जो बच्चे प्राइवेट स्कूल में पढ़ना चाहते हैं उनकी इच्छा भी पूर्ण हो सकेगी. वे सीबीएसई पैटर्न की शिक्षा को हासिल कर सकेंगे. यह योजना हरियाणा राज्य में स्कूली व्यवस्था को सुधार पाने में एक मुख्य भूमिका निभा पाएगी. गरीब परिवारों के बच्चे निजी स्कूलों में शिक्षा प्राप्त कर सशक्त तथा मजबूत बन सकेंगे.