नई दिल्ली । जिस तरह एक वाहन खरीदना मुश्किल है, उतना ही मुश्किल है उसकी देख-रेख करना। अपने इस लेख में हम ऐसी दिक्कत के बारे में बात करने जा रहे हैं, जिससे हो सकता है कभी आपको भी दो-चार होना पड़ा होगा।
हम बात करने वाले हैं कि अगर गलती से भी आप अपनी बाइक के टैंक में पेट्रोल की जगह पानी डाल देते हैं तो ऐसी स्थिति में उसके इंजन के साथ क्या हो सकता है और इससे बचने के लिए क्या करना चाहिए।
फ्यूल टैंक को कैसे चेक करें
अगर आपकी बाइक के फ्यूल टैंक में पानी है, तो इंजन में इसका सीधा असर होगा। अगर बाइक चलते-चलते बीच में इसका इंजन बंद हो रहा है तो ऐसे में आपको अपने वाहन की जांच करानी चाहिए, क्योंकि उसके फ्यूल टैंक में पानी की उपस्थिति हो सकती है। अगर आपको टंकी में पानी चेक करना है तो इसके कुछ आसान से उपाय हैं, आइए इनके बारे में जान लेते हैं।
रंग – टैंक में पानी होने की वजह से इसके फ्यूल का रंग गहरा दिखाई देगा।
गंध- फ्यूल टैंक में पानी से दुर्गंध आ सकती है।
माइक्रोब – पानी की उपस्थिति से माइक्रोबियल वृद्धि हो सकती है।
वाटर फाइंडिंग पेस्ट- टैंक के अंदर होने वाले पानी को खोजने के लिए, वाटर फाइंडिंग पेस्ट वाली डिप-स्टिक का उपयोग करें।
पानी मिलने पर क्या करें
अगर आपको जांच में पता चलता है कि बाइक के फ्यूल टैंक में पानी चला गया है तो सबसे पहले इसे पूरी तरह से बंद कर दें। बाइक के फ्यूल टैंक के अंदर पानी की मौजूदगी इसे पूरी तरह से ठप कर सकती है। आइए, जान लेते हैं कि इस मुश्किल से बचने के लिए हमें क्या करने की जरूरत पड़ेगी।
ड्रेन और रिफिल
इसका सबसे अच्छा समाधान ये है कि बाइक के टैंक को पूरी तरह से खाली करें और उसे अच्छी तरह से साफ कर दें। इसके बाद अच्छी क्वालिटी वाले फ्यूल को उसमें फिर से भर दें। इससे बाइक में पहले से मौजूद फ्यूल का तो नुकसान हहो सकता है, लेकिन ये बाइक के लिए काफी बेहतर होगा।
नया फिल्टर
फ्यूल फिल्टर भी बाइक के अंदर पेट्रोल को साफ करके इसके इंजन तक भेजता है। ये हमेशा इंजन के अंदर पानी के प्रवेश को रोकता है। टैंक में पानी होने की वजह से कुछ समय तक फिल्टर करने के बाद ये खराब हो जाता है। ऐसे में इसको बदलना बहुत जरूरी है।
रबिंग अल्कोहल
आप रबिंग अल्कोहल की मदद से भी फ्यूल टैंक से पानी निकाल सकते हैं। ये एक केमिकल होता है जो एक नियत मात्रा में पानी को अवशोषित कर सकता है।