
चंडीगढ़ : इंडियन नेशनल लोकदल के नेता व विधायक अभय सिंह चौटाला ने प्री बजट डिस्कशन पर सवाल उठाए हैं। अभय चौटाला ने कहा कि यह सब दिखावा है। जिसमे कि सरकार के पैसे की बर्बादी की जा रही है। बजट की किताब छप चुकी है और साथ ही सरकार विधायकों का समय भी बर्बाद कर रही है। अभय चौटाला ने आरोप लगाया कि पहले 3 दिन ट्रेनिंग के नाम पर बर्बाद किए गए और आखिरी के तीन दिन बजट डिस्कशन के नाम पर। इसके साथ ही विधायकों का समय खराब किया जा रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री पर यह आरोप लगाया की वह विधायकों को सुझाव देने के लिए बहुत कम समय देते थे
इनेलो नेता व विधायक अभय सिंह चौटाला ने कहा कि प्री बजट में विधायकों को 2 मिनट से ज्यादा बोलने का मौका नहीं दिया जा रहा। कम से कम 5 मिनट में अपनी बात पूरी कर सकते हैं विधायक, प्री बजट पर इस वक्त चर्चा करने का कोई फायदा नहीं है यदि चर्चा करनी थी तो दो-तीन महीने पहले करनी चाहिए थी। फसलों के विविधिकरण को लेकर बागवानी में बढ़ावा देने के बाद मैंने प्री बजट की चर्चा में बात रखी है।
अभय ने कहा कि कृषि विश्वविद्यालय में किसान की फसल की पैदावार बढ़ाने को लेकर शोध होना चाहिए किसान की पैदावार कैसे बड़े इस पर वैज्ञानिकों को खोज करनी चाहिए लेकिन इस पर कोई चर्चा नहीं हो रही है। परन्तु 3 दिन तक प्री बजट की चर्चा पर बुलाकर समय खराब किया जा रहा है केवल अखबार की सुर्खियों में आने के लिए ऐसा किया जा रहा है और लोगों में चर्चा करने के लिए इस प्रकार की सुविधाएं दी जा रही है। अभय ने कहा कि यदि एक डिपार्टमेंट के ऊपर चर्चा करनी है तो इसके लिए 1 दिन का वक्त होना चाहिए लेकिन यहां तो केवल 5 मिनट दिए जायेंगे.
मुख्यमंत्री से पूछा जाना चाहिए कि बजट के लिए कितना पैसा रखा है और यदि तैयार हो चुका हैं तो किस बात की चर्चा की जा रही है? सरकार इस तरीके के कार्यक्रम में पैसे बर्बाद कर रही है। और यहां भी बजट चर्चा में यह कहा जा रहा है कि लिखित सुझाव भेजिए यदि लिखित सुझाव चाहिए था तो फिर इस प्रकार के कार्यक्रम का क्या औचित्य है? अभय ने कहा कि सरकार केवल इस प्रकार के आयोजन से फॉर्मेलिटी कर रही है। प्रदेश के वित्तीय घाटे पर कोई चर्चा नहीं अपनी पसंद के हिसाब से सुझाव मांगे जा रहे हैं। मुख्यमंत्री की तरफ से खुद ही नाम को घोषित करके बोलने का मौका दिया जा रहा है।