4 दिन का टेस्ट मैच करने के पक्ष में नहीं BCCI, कोहली-शास्त्री से सहमत

आगामी उच्च हफ़्तों में आईसीसी की क्रिकेट समिति टेस्ट मैच को चार दिन करने के लेकर चर्चा करेगी, लेकिन इस बात की पूरी संभावना है कि BCCI इस निर्णय पर राजी नहीं होगा.

आईसीसी की क्रिकेट समिति चार दिन के टेस्ट मैच को लेकर चर्चा करेगी, लेकिन इस बात की पूरी संभावना है कि बीसीसीआई इस पर राजी नहीं होगा, क्योंकि BCCI ने कोच रवि शास्त्री और कप्तान विराट कोहली साथ जाने का फैसला किया है और ये दोनों चार दिन के टेस्ट मैच कराने के पक्ष में नहीं है, ये इसका विरोध कर रहे है.

कोच रवि शास्त्री और कप्तान विराट कोही पहले ही साफ तौर पर कह चुके हैं कि वे टेस्ट क्रिकेट के पारंपरिक परिवेश को बनाए रखने के पक्ष में हैं और नहीं चाहते कि टेस्ट मैच को पांच दिन से घटाकर चार दिन का किया जाए और इसका फर्क टेस्ट क्रिकेट की चमक पर पड़े.

BCCI के एक अधिकारी ने आईएएनएस से कहा कि बोर्ड साफ तौर पर कप्तान और कोच के समर्थन में है लेकिन बीसीसीआई 12 जनवरी को मुंबई में होने वाले बोर्ड के अवॉर्ड समारोह के दौरान क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) और इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) से इस पर चर्चा जरूर करेगा.

अधिकारी ने कहा, ‘देखिए यह सही है कि आप इस मुद्दे पर सीए, ईसीबी और क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका के साथ बात करें, और हम ऐसा ही करेंगे. लेकिन इस समय जैसी चीजें दिख रही हैं, हम कप्तान और कोच के साथ खड़े हुए हैं और टेस्ट मैच को पांच दिन से चार दिन का करने में हमें कोई खास तर्क नजर नहीं आता.’

अधिकारी ने कहा, ‘सिर्फ हमारे कप्तान और कोच इसका विरोध नहीं कर रहे हैं. आप इंग्लैंड के कप्तान जो रूट, दक्षिण अफ्रीका के कप्तान फाफ डु प्लेसिस के बयान भी इस मसले पर सुन चुके होंगे. यह कम रैंक वाली टीमों के लिए एक विकल्प हो सकता है, लेकिन निश्चित तौर पर दो बड़ी टीमों के लिए नहीं।. परंपरा से खिलवाड़ नहीं करना चाहिए.’

कोहली ने गुवाहाटी में श्रीलंका के खिलाफ खेले गए पहले टेस्ट मैच की पूर्व संध्या पर संवाददाता सम्मेलन में चार दिन के टेस्ट मैच का विरोध किया था. कोहली ने कहा था, ‘आप टेस्ट क्रिकेट में ज्यादा से ज्यादा डे-नाइट टेस्ट का बदलाव कर सकते हैं. आप फिर सिर्फ आंकड़ों और नंबर की बातें कर रहे हैं. मुझे लगता है कि मंशा सही नहीं होगी, क्योंकि इसके बाद आप तीन दिन के टेस्ट मैच की बात कहने लगेंगे. आप कहां रुकेंगे? इसके बाद आप टेस्ट क्रिकेट को खत्म करने की बात कहेंगे.’

शास्त्री ने भी इसके खिलाफ बोला और इसे बकवास बताया था. इन दोनों से पहले ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम के कप्तान टिम पेन, ग्लैन मैक्ग्रा, नाथन लियोन, दक्षिण अफ्रीका के वर्नोन फिलेंडर भी इसका विरोध कर चुके हैं.

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