
हरियाणा के करनाल में भूमि अधिग्रहण के मुआवजा राशि की एवज में 20 लाख की रिश्वतखोरी के मामले में संलिप्त आरोपी अशोक पटवारी को आज न्यायालय में पेश किया जाएगा। यहां से उसे रिमांड पर लिया जाएगा, ताकि पता लगाया जा सके कि इस मामले में किसी अन्य अधिकारी या कर्मचारी की भी संलिप्तता तो नहीं।
हुड्डा सेक्टर 32, 33 में जमीन अधिग्रहण की गई थी। इस जमीन की बकाया मुआवजा राशि, जोकि करीब अढ़ाई करोड़ रुपए थी, यह राशि देने की एवज में पंचकूला लैंड एक्विजिशन ऑफिस में पहले अपनी सेवाएं दे चुके पटवारी शिवकुमार व पंचकूला लैंड एक्वाइजेशन के पटवारी अशोक कुमार ने 20 लाख रुपए की रिश्वत की डिमांड की थी।
जिसकी पहली किश्त 5 लाख रुपए की थी। शिकायतकर्ता करनाल का ही रहने वाला है। जिसने शिकायत विजिलेंस टीम को दी थी। इसके तुरंत बाद विजिलेंस टीम हरकत में आ गई। इंस्पेक्टर सचिन कुमार के नेतृत्व में टीम का गठन हुआ और रिश्वतखोर पटवारी शिवकुमार को 5 लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथ काबू करने के लिए जाल बिछाया गया।
करनाल में रिश्वत की पहली किश्त लेने के लिए आया था शिव कुमार 18 मार्च को पटवारी शिव कुमार रिश्वत की पहली रकम लेने के लिए करनाल आया था। लोकेशन पर शिकायतकर्ता पहुंच चुका था। जैसे ही शिकायतकर्ता ने पैसे शिवकुमार को दिए तो विजिलेंस ने पांच लाख रुपए लेते हुए शिवकुमार को काबू कर लिया और आरोपी को अदालत में पेश की दो दिन के रिमांड पर लिया।
जानकारी देते हुए विजिलेंस विभाग के इंस्पेक्टर सचिन कुमार ने बताया कि आरोपी शिव चरण को पहले अदालत में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया गया। रिमांड के दौरान आरोपी शिव चरण ने पूछताछ में बताया था कि पटवारी अशोक कुमार भी इस मामले में शामिल है। जिसके बाद रविवार को आरोपी पटवारी अशोक कुमार को पूछताछ के लिए करनाल विजिलेंस कार्यालय में बुलाया गया था।
आरोपी अशोक को पूछताछ के बाद करनाल के विजिलेंस कार्यालय से गिरफ्तार किया गया। जबकि आरोपी अशोक कुमार को आज अदालत में पेश कर पूछताछ के लिए पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा।
कौन है दोनों पटवारी
शिव चरण पटवारी हिसार जिले के जामवरी गांव का रहने वाला है। जबकि अशोक कुमार पंचकूला लैंड एक्वाइजेशन में पटवारी था।