हरियाणा में 12वीं पास शख्स बन बैठा डॉक्टर, 24 साल से कर रहा था मरीजों का इलाज, हुआ गिरफ्तार, जाने पूरा मामला

सोनीपत। राई में मुख्यमंत्री उड़नदस्ता व स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम ने बिना लाइसेंस के बंगाली चांदसी क्लीनिक चला रहे कथित डाक्टर को दबोच लिया। आरोपित 24 साल से क्लीनिक चला रहा था। संयुक्त टीम ने क्लीनिक से दवाइयां भी बरामद की हैं। राई थाना पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस टीम आरोपित से पूछताछ कर रही है।

मुख्यमंत्री उड़नदस्ता की टीम को सूचना मिली थी कि राई गांव में कई साल से एक व्यक्ति बंगाली चांदसी नाम से क्लीनिक चला रहा है। उसके पास कोई वैध लाइसेंस नहीं है। सूचना को गंभीरता से लेते हुए सीएमओ सोनीपत को भी सूचना दी गई। इसके बाद सीएमओ सोनीपत ने टीम गठित की। जिसमें मेडिकल आफिसर डा. सन्नी ओहलान, एएमओ डा. रजनीश वर्मा, मुख्यमंत्री उड़नदस्ता से एसआइ सुनील कुमार व राई थाना पुलिस की टीम क्लीनिक पर पहुंची।

संयुक्त टीम को बंगाली चांदसी क्लीनिक पर लालटू अधिकारी नाम का व्यक्ति मिला। वह मूलरूप से पश्चिमी बंगाल के जिला नदिया के गांव बगानपाड़ा का रहने वाला है और वर्तमान में गांव राई में रहता है। जब टीम ने पूछताछ की तो उसने बताया कि बंगाली चांदसी क्लीनिक उसी का है और यहां पर 24 साल से क्लीनिक चला रहा है।

संयुक्त टीम की जांच में सामने आया कि लालटू अधिकारी के पास किसी प्रकार की कोई डिग्री नही थी। वह केवल 12वीं पास है। टीम ने क्लीनिक से 30 प्रकार की एलोपैथिक एवं 13 प्रकार की अलग-अलग किस्म की दवाइयां बरामद की। जब दवाइयों के बिल मांगे गए तो बिल नहीं होने का हवाला दिया।

स्वास्थ्य विभाग एवं मुख्यमंत्री उड़नदस्ता की टीम ने जांच के बाद राई थाना में आरोपित के खिलाफ शिकायत दी। राई थाना पुलिस ने भी आरोपित लालटू अधिकारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।

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