
नूह मेवात – मध्यप्रदेश की सरकार गिराने के लिए नाटक अभी थमा नहीं है। भारतीय जनता पार्टी को भी अपने विधायकों के टूटने का खतरा सता रहा है। मध्यप्रदेश से देर रात बसों में सवार होकर 106 विधायक पहले तो मध्य प्रदेश के एयरपोर्ट पर पहुंचे और उसके बाद उन्होंने दिल्ली के लिए उड़ान भरी। दिल्ली से उनको नूह – गुड़गांव जिले की सीमा पर बने आईटीसी ग्रैंड भारत होटल में देर रात को लाया गया । जैसे ही यह खबर मीडिया जगत के लोगों को मिली तो यहां पर रात से ही मीडिया के लोगों का समूह इक्कठा हो गया|
भारतीय जनता पार्टी के तकरीबन 106 विधायक आईटीसी ग्रैंड भारत होटल में ठहरे हुए हैं। गत 4 मार्च को भी भारतीय जनता पार्टी के कुछ नेताओं पर आरोप लगा था कि उन्होंने कांग्रेस के व सपा तथा बसपा के 11 विधायकों को अलग करके इसी होटल में ठहराया था, हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और मध्य प्रदेश के सरकार के दो मंत्री रात को ही कुछ कांग्रेसी नेताओं व कार्यकर्ताओं को साथ लाकर 6 विधायकों को वापस ले जाने में कामयाब हो गए थे। पुलिस ने भी मोर्चा संभाला, लेकिन तब तक कांग्रेस के विधायक यहां से जा चुके थे जिससे सरकार पर आया हुआ संकट उस समय टल गया था ।
ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में जाने की खबर आग की तरह फैली तो फिर से कांग्रेस की सरकार पर संकट छा गया । अब ना केवल कांग्रेस को राज्यसभा चुनाव में मुंह की खानी पड़ सकती है, बल्कि मध्य प्रदेश की सरकार भी गिर सकती है। अब देखना यह है कि आज ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में चले जाने के बाद कितने कांग्रेस के टूटे हुए विधायक उनके साथ खड़े हुए दिखाई देते हैं। अभी मध्य प्रदेश सरकार का राजनीतिक उठापटक और कई दिनों तक दिखाई व सुनाई पड़ सकती है ।