
एक भैंसा की कीमत 10 करोड़ रुपए बताई जा रही है। वही भैंसा का मालिक बोलता है कि मैं इसे 50 करोड़ की कीमत पर भी नहीं बेचूंगा। आपको यह बातें पढ़ कर थोड़ा अजीब लग रहा हो, लेकिन यकीन मानिए हरियाणा का एक ऐसा भैंसा है जो इन दिनों काफी चर्चा का विषय बना हुआ है। भैंसा जिस भी पशु या कृषि मेले में जाता है वहां की महफिल लूट लेता है। लोग इस भैंसा को मेले में देखने के लिए दूर-दूर से आ रहे हैं।
मेरठ के सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय अखिल भारतीय किसान मेले में हरियाणा का 10 करोड़ का भैंसा गोलू टू मुख्य आकर्षण का केंद्र बना। भैंसा गोलू-2 हरियाणा के पानीपत निवासी और पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किसान नरेंद्र सिंह का है। इस किसान मेले में केंद्रीय पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन राज्यमंत्री संजीव बालियान भी पहुंचे। इस दौरान 10 करोड़ के भैंसें गोलू-2 को देखकर उन्होंने उसके मालिक नरेंद्र सिंह से पूछा कि आखिर आपका यह पैसा 10 करोड़ का क्यों है।
मंत्री संजीव बालियान के इस प्रश्न का जवाब देते हुए पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किसान हो नरेंद्र सिंह ने कहा कि करीब चार साल पहले पानीपत में लगे कृषि मेले में इस भैंसे की कीमत दस करोड़ लगाई गई थी, लेकिन उन्होंने मैने इसे नहीं बेचा। वर्तमान में इस भैंसे का वजन 15 कुंतल है। एक साल में इसका सीमन 25 लाख में बिकता है। उसकी सुरक्षा निजी सुरक्षाकर्मी करते हैं। रोजाना 30 किलो चारा, सात किलो गेहूं-चना व 50 ग्राम मिनरल मिक्चर इसकी खुराक है। रोज तीन किलो सरसों के तेल से उसकी मालिश की जाती है। गोलू को हम भैंसा की तरह नहीं, औलाद की तरह पालते हैं। उन्होंने बताया कि हरियाणा के एक किसान ने गोलू के बदलने में 20 एकड़ जमीन देने को भी कहा था, लेकिन उन्होंने मना कर दिया।
बता दें कि गोलू टू की उम्र 4 साल 6 महीने है। इसकी ऊंचाई 5 फीट 6 इंच के आसपास है और लंबाई 14 फुट लंबाई। इसका वजन 15 कुंटल है। इसके पिता पीसी 483 थे, जिसे हरियाणा सरकार को गिफ्ट कर दिया गया था. पीसी 483 का वजन 12 कुंटल है।