
चंडीगढ : स्थानीय निकाय विभाग में उन ठेकेदारों के पसीने छूटे हैं जो निर्माण कार्यों में घटिया गुणवत्ता की सामग्री का प्रयोग या नियमानुसार निर्माण नहीं करते, क्योंकि स्थानीय निकाय मंत्री अनिल विज ने निर्देश जारी किए हैं कि 50 फीसदी निर्माण कार्य होने के बाद सैंपल की जांच श्रीराम व लोक निर्माण विभाग की लैब से करवाई जाए।
सुना जा रहा है कि इस आदेश के बाद अधिकांश ठेकेदारों ने निर्माण कार्यों से हाथ पीछे खींच लिए हैं। विज ने यह निर्देश प्रदेशभर से मिली शिकायतों के आधार पर लिया है कि निर्माण कार्यों में ठेकेदार विभागीय अधिकारियों से मिलीभगत करके घटिया क्वालिटी का काम करते हैं। अगर सैंपल सही नही पाए गए तो ठेकेदार की पेमैंट का भुगतान नहीं होगा।